उत्तराखंड कु भाषाएँ
सब्भी पढ़न वालों ते म्यार प्रणाम , आज जू लेख मि लिखनों छों वो छ हमारू उत्तराखंड कु मुख्य रूप से बुलन वाल भाषाओँ पर , क्या छ कि अजकाल गों मा ना खेती छ ना रोजगार ना मेडिकल सुविधा और ना अच्छु स्कूल , तो इं सभ्याँ कु बास्ते सब्भी अपड़ा नौन्यलों ते शहर लेकन जाणा छन | सब कुछ अपड दगड ले जाणा छं पर एक चीज वक्खी भूल जाणा छन वू छ अपड़ी भाषा , किले कि अब बच्चा अंग्रेजी मीडियम मा जाल तो शहरक बच्चा मजाक बनाला वेकु | यी तो बड़ी समस्या छ रे भई , अब बच्चा ते हिन्दी भी आंदी छ , अंग्रेजी भी आंदी छ, जख रैंदा छं वख क भाषा भी सीख जाल, पर अपड़ी भाषा नि आंदी रे | बात भी ठीक छ कि बच्चा ते माहोल नि मिल्द अपर भाषा बुलना कुण पर वैक बोई बुबा तो बोल सकदन अपर घौरम | आप पंजाबी लोगों ता द्याखो कखी भी हवाल अपरू भाषा नि छोड़दन, वुंका 18-19 साल कु बच्चा भी पंजाबी ब्वालल पर अपर यखक शहरों मा रैण वाल बच्चा नि बोललू अपड़ी भाषा | पंजाबी , गुजरती , दक्षिण राज्यों कु लोग बिदेश भी अपड़ी भाषा बुल्दन पर हमर यखी कांडा लग्यां छं|
यूनेस्को संस्था दुनिया कु सब्भी भाषा की स्थिति दिखांद छ , अगर आप देखला तो द्वि हजार एक कु जनगणना कु अनुसार गढ़वाली भाषा बुलन वाल लगभग बाईस लाख सडसठ हजार लोग छन और गढ़वाली भाषा वल्नरेबल केटेगरी मा छ , वल्नरेबल मतलब जेता कि कभि भी नुक्सान पहुँच सकदा और खत्म होण की स्थिति मा पहुँच सकदा, वन्नी हाल कुमाउनीक भी छा , येते तेईस लाख लोग बुल्दन, और जौनसारी भाषा तो सिर्फ एक लाख लोग ही बुल्दन और वैते यूनेस्कोंन डेफिनिटली एंडेंजरड मतलब जल्दी खत्म होण वाल केटेगरी मा रख्युं छ |
म्यार यु सब बताण कु मतलब यु छ कि बिना भाषा कु हमारी कुई पहचान नि छ , और जब पहचान ही नि तो के बातक गढ़वाली, कुमाउनी या जौनसारी छं हम | जब भाषा बची रैल तो वैकु साहित्य भी हुआल , गीत बणला और येक उलटू भी सत्य छ कि जब गीत बनला, साहित्य हुआल तो भाषा भी बचीं रैल | इले म्यार बिनती छ कि ज्यादा से ज्यादा साहित्य अपड़ी भाषा मा ल्याखो , विते अपर बच्चा ते सिखाओ तबी जैकन हमर अग्नेक पीढ़ी अपर भाषा कु महत्त्व समझल | उंक दगड अपर भाषा मा बच्याओ तब जैकन कुछ भल्लू हुआल अपर भाषा कु, अपड़ी संस्कृति कु|
यु सब आप ते पैल बिटी पता हुआल पर यु लेख लिख्णु कु उद्देश्य यु छ कि लिखित साहित्य होल हमरी भाषा कु तो वैता हम अग्ने जैकन भारत सरकार कु अनुसूची मा ज्वाड़ सकदां |
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धन्यवाद्
शैलेन्द्र डबराल "शैल "-------------
Beautiful! <3
ReplyDeleteThank you
Deleteबहुत बढ़िया👏✊👍
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DeleteLovely
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